कुमंडीह रेल हादसा,यात्रियों के लिए फरिश्ता बना चायवाला, कई लोगों की पटरी से खींचकर बचाई जान

लातेहार : कुमुंडीह में हुए ट्रेन हादसे में एक चायवाला कई यात्रियों के लिए फरिश्ता बनकर आ गया. चायवाले ने कई यात्रियों की जान बचा ली. दरअसल, लातेहार के कुमंडीह रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन रेल यात्रियों की मौत हो गई, जबकि पांच यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए. यह रेल हादसा एक अफवाह के कारण हुआ है।रांची से सासाराम जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस लातेहार के कुमंडीह स्टेशन पर बीच ट्रैक पर खड़ी थी. इसी बीच कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि ट्रेन की बोगी में आग लग गई है.

अफवाह सुनकर भगदड़ मच गई और कुछ लोग ट्रेन से उतरकर बगल की पटरी पर चले गए. तभी बगल की पटरी से गुजर रही मालगाड़ी ने यात्रियों को अपनी चपेट में ले लिया. इस घटना में तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए।जिस जगह ट्रेन रुकी थी, उसके एक तरफ पहले से मालगाड़ी खड़ी थी, जबकि भगदड़ के बाद लोग दूसरी तरफ की पटरी पर चले गए. ट्रेन में चाय बेच रहा एक व्यक्ति भी यात्रियों के साथ ट्रेन से नीचे उतर गया. उसने मालगाड़ी को ट्रैक पर आते देखा, जिसके बाद उसने कई लोगों को डांटा और ट्रैक से हटाकर बाहर निकाला.

एक महिला रेल यात्री ने बताया कि चाय बेचने वालों ने कई लोगों को ट्रैक से दूर खींच लिया. कई लोगों को ट्रैक पर जाने से भी रोका. रेल यात्री महेश ने बताया कि वह रांची से सासाराम जा रहे थे, चाय बेचने वाले ने बहादुरी दिखाते हुए लोगों को ट्रैक से खींच लिया।कुमंडीह में कई रेल यात्रियों की जान किसने बचाई, यह कोई नहीं जानता. चाय बेचने वाला कौन है, इसकी जानकारी सामने नहीं आ सकी है. कुमंडीह रेल हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है, जिसमें से दो की पहचान हो गई है. एक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है, मृतक के शव के पास चाय के कप के बंडल मिले हैं।

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